
_क्रोध पर अनमोल विचार_
क्रोध पर अनमोल वचन (GUSSA PAR SUVICHAR): क्रोध हमारे जीवन का एक हिस्सा है और क्रोध ही हमारे जीवन का सबसे बड़ा दुश्मन है, क्या आप भी बहुत जल्द गुस्सा या क्रोधित हो जाते है तो आपको हमारी ये पोस्ट पढ़ना चाहिए क्योंकि हम इस पोस्ट में गुस्सा के ऊपर बहुत ही अच्छी अच्छी सुविचार / अनमोल वचन लेकर आए है जिससे आपको अपने क्रोध को नियंत्रण करने में सहायता होगा।
क्रोध पर अनमोल विचार

Angry Suvichar in Hindi
अपने गुस्से को सही दिशा दीजिए,
आपकी ज़िंदगी बदल जाएगी।
लोग आपका प्यार भूल जाएंगे,
लेकिन आपका गुस्सा कभी नहीं भूलेंगे।
आपका क्रोध आपको अपनो से दूर ले जाता हैं।
गुस्सा समस्याओं को खत्म नहीं करता है,
बल्कि नई समस्याओं को जन्म देता है।
क्रोध करने से एक समझदार इंसान भी
बेवकूफ बन जाता है।

_GUSSA PAR SUVICHAR_
क्रोध में लिया गया फैसला अधिकतर
गलत सिद्ध होता है।
मानिए या नहीं मानिए लेकिन
रिश्ते अक्सर गुस्से के कारण बर्बाद होते हैं।
बात अगर आत्म – सम्मान की हो,
तो गुस्सा पाले रखने में कोई बुराई नहीं है।
ईर्ष्या और क्रोध से जीवन का नाश होता है।
दूसरों की बातों पर गुस्सा करने
का मतलब है,
आपको खुद पर नियंत्रण नहीं है।
क्रोध पर नियंत्रण विचार | Angry Suvichar in Hindi

क्रोध तुम्हारे बुद्धि को
धीरे-धीरे खा रहा है,
इससे दूरी हि सही है।
क्रोध से अच्छे-अच्छे घर तबाह हो जाते हैं,
इसलिए क्रोध को कभी खुद पर व घर परिवार
पर हावी नहीं होने देना चाहिए।
क्रोध एक तरह का पागलपन हैं।
मामूली, विनम्र, सरल बनो,
अपने गुस्से पर नियंत्रण रखो।
क्रोध से जीवन में भलाई की उम्मीद
नहीं की जा सकती है।

Angry Suvichar in Hindi
मुर्ख व्यक्ति गुस्से में आपा खोता है,
लेकिन बुद्धिमान शांत रहकर
गुस्से को वश में करता है।
क्रोध के समय व्यक्ति के बोलने
की शक्ति तीव्र हो जाती है,
ऐसे में वह कुछ भी देखने
और सोचने के योग्य नही रहता है।
मनुष्य क्रोध में अपना ही जीवन पल पल
कष्ट की आग में डालता जाता है, क्योंकि
क्रोध कभी कष्ट का निवारण नहीं करता है।
गुस्से पर सुविचार | SUVICHAR ON GUSSA

अगर आपका गुस्सा आपकी कमजोरी है,
तो लोग इसका फायदा जरूर उठायेंगे।
क्रोध मनुष्य को उसके जीवन लक्ष्यों में
कभी कामयाब नहीं होने देती है।
छोटी-छोटी बातों पर आपा खोना
कभी भी अच्छा नहीं होता है।
क्रोध हमें उन लोगों से भी दूर कर
देता है जो लोग हमें सच में मानते है।
यदि आप सही है तो आपको गुस्सा
होने की जरूरत नहीं, और यदि आप गलत है,
तो आपको गुस्सा होने का कोई हक नहीं।

जो कुछ भी क्रोध से शुरू होता है,
वह शर्म पर समाप्त होता है।
खुद पर विजय पाना हो तो अपने
गुस्से को मौन रखना सीख लीजिए।
जब क्रोध उठता है,
तो परिणाम के बारे में सोचो।
जो व्यक्ति एक पल के लिए
क्रोध को रोक सकता हैं,
वह एक पूरे दिन के
दुख से बच सकता हैं।
गुस्से की आदत बुद्धिमान लोगों के
लिए भी परेशानी खड़ी कर देती है।
GUSSA SUVICHAR

क्रोध और आंधी दोनों का तूफान एक जैसा,
शांत होने के बाद ही पता चलता है कि,
कितना नुकसान हुआ है!
गुस्सा करने की आदत व्यक्ति की
वह कमजोर कड़ी होती है,
जो अक्सर बने बनाए काम
को बिगाड़ देती है।
किसी का प्यार जीतने के लिए,
आपको उनके गुस्से को भी जीतना होगा।
गुस्सा एक ऐसा प्रतिशोध है,
जो दूसरों से नही खुद से ही लिया जाता है।
जब कोई आपके सामने गुस्से में बात करे,
तो उसे ख़ामोशी के साथ गौर से सुनिए,
क्यूंकि गुस्से में इन्सान अक्सर सच बोलता है।
क्रोध पर सुविचार

गुस्सा जितना अधिक होगा,
परिस्थितियां उतनी ही
ज्यादा अधिक खराब होंगी।
प्यार बिना सोचे समझे किया जा सकता है,
गुस्सा बहुत सोच समझ कर ही करना चाहिए।
गुस्सा गर्व करने योग्य गुण नहीं है,
इसे आज ही छोड़ दें।
खौलते हुए पानी में जिस तरह
प्रतिबिम्ब नहीं देखा जा सकता,
वैसे ही क्रोध की स्थिति में भी
सच को नहीं देखा जा सकता।
अपने गुस्से की पतंग को ज्यादा
ऊँचा मत उड़ने देना,
क्योंकि पतंग आपकी कटेगी
और मजे कोई और लूटेगा।
जब क्रोध अपना कार्य करता है,
तब मस्तिष्क अपना कार्य
करना बंद कर देता है।